किसी भी क्षेत्र में अपने पैसों को निवेश यानी इन्वेस्ट करने से पहले आपको SIP SWP STP के बारे में विस्तार से जानकारी लेना चाहिए |
कोई भी व्यक्ति जब किसी भी क्षेत्र में अपने धन को निवेश या इन्वेस्ट करता है तो उसे इस क्षेत्र के साथ साथ निवेश के क्षेत्र में कुछ जाने माने नियम और तरीको की जानकारी लेना भी उतना ही अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है |
इसीलिए आज हम इस आर्टिकल में निवेश के क्षेत्र में जाने माने तीन अलग अलग नाम SIP SWP STP के तरीको और उनसे होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी लेंगे | साथ ही यह जानेंगे कि-
-SIP SWP STP क्या है?
– SIP SWP STP के फायदे क्या क्या हैं ?
– SIP SWP STP में फर्क क्या हैं?
SIP SWP STP क्या हैं ?
1. SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) :
SIP के जरिए कोई भी व्यक्ति एक तय रकम यानी पैसों को महीने की एक तय की गई तारीख को म्यूचुअल फंड्स स्कीम या किसी भी अच्छे निवेश के क्षेत्र में निवेश करता है।
SIP से निवेश का फायदा है कि अगर किसी के पास शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड्स जैसे क्षेत्र में निवेश के लिए समय नहीं है और प्रतिदिन उसे इतना समय भी नही दे सकते हैं तो कोई बात नहीं है क्योंकि यह आपको लगातार शेयर मार्केट के गुणा-भाग से मुक्ति दिलाता है।
यदि कोई निवेशक इसको अनुशासित तरीके से काम में लेता है और हर महीने या किसी निश्चित अवधि में पैसे को निवेश करता है तो लंबे समय में उसे मुनाफा होने की संभावना भी बढ़ जाती है इसलिए यह हमेशा लंबी अवधि के लिए किया जाना चाहिए।
SIP के जरिए म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए क्लिक करें
2. STP (सिस्टेमेटिक ट्रांसफर प्लान) :
STP में किसी स्कीम में एकमुश्त राशि यानी बार बार पैसों का निवेश नहीं करके एक साथ ही पूरी राशि का निवेश किया जाता है, जिसमें अधिकतर मुद्रा बाजार निधि होती है और फिर एक खास रकम को पूर्व निर्धारित अंतराल में किसी अन्य योजना में ट्रांसफर किया जाता है।
अगर बाजार बहुत अस्थिर है यानी बाजार में उतार चढाव ज्यादा है ऐसे में निवेश में जोखिम ज्यादा हो जाता है और आप कम अवधि में अपने पैसे के साथ जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं, तो आप STP के माध्यम से इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। इस तरह अस्थिर बाजार स्थितियों के तहत STP योजना में निवेश करना बेहतर है।
हालांकि, लिक्विड फंड्स से मिलने वाला रिटर्न बहुत अच्छा नहीं होता है, लेकिन आपके सेविंग अकाउंट में मिलने वाले रिटर्न से थोड़ा ठीक रिटर्न यहां से ले सकते हैं।
3. SWP (सिस्टेमेटिक विदड्राल प्लान):
SWP के तहत आप अपने निवेश को ऐसी योजनाओं में निवेश करते हैं जहां से किसी निश्चित अवधि के बाद हर महीने या अन्य किसी अवधि में पैसे को निकाल सके | मोटे तौर पर कहा जाए तो यह SIP से एकदम उल्टा यानी विपरीत है क्योंकि इसमें आप पैसे को निवेश के बजाय निकाल रहे हैं |
उदाहरण के लिए समझे तो आप ये मान सकते है कि आपने किसी बैंक की FD या बचत खाते में एकमुश्त यानी एक ही बार में पैसा लगाया है और हर महीने या कुछ महीनो में उसके ब्याज जितनी राशि निकाल रहे है सामान्यत ऐसी योजना कैश बनाए रखने के लिए रिटायरमेंट के बाद एक नियमित आय प्राप्त करने के विकल्प के रूप में चुना जाता है।
SWP प्रणाली वहां काम करती है जहां आप अपने म्यूचुअल फंड से मासिक या त्रैमासिक यानी तीन महीनो के रूप से एक निश्चित राशि अपने बैंक खाते से निकालना चाहते हैं। यह SIP के बिल्कुल उल्टा है।
SIP SWP STP में फर्क क्या है ?
कई बार लोग SIP SWP STP में से किसी एक को चुनते समय भ्रम में आ जाते हैं की कौनसा तरीका क्या हैं और इसमें कैसे निवेश किया जाता है इसलिए निवेश के इन तरीकों में फर्क समझना बेहद जरूरी है।
- जब कोई व्यक्ति किसी विशेष म्यूचुअल फंड में नियमित अंतराल और निश्चित राशि के साथ निवेश करता है तो इसे SIP कहते हैं। यह सामान्यता इक्विटी जैसे फंड में और लंबे समय के लिए किया जाता है।
- STP में सबसे पहले पैसे को किसी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है। डेब्ट फंड से लिक्विड फंड और इक्विटी फंड में नियमित अंतराल पर ट्रांसफर किया जाता है। यहां भी ट्रांसफर की अवधि और राशि तय होती है।
- SWP में निवेशक नियमित अंतराल पर म्यूचुअल फंड या किसी भी क्षेत्र जहा उसने निवेश किया है उसमे से पैसे निकालते हैं। इसके लिए सबसे पहले ऐसे म्यूचुअल फंड्स या ऐसे क्षेत्र में पैसे लगाए जाते हैं, जिनमें जोखिम कम है। फिर, एक निश्चित राशि को नियमित समय में समय समय पर निकाल लिया जाता है।
SIP SWP STP किनके लिए सही है ?
SIP ऐसे लोगों के लिए अच्छा है, जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और जो म्यूचुअल फंड में एकमुश्त राशि यानी एक ही बार में सारी राशि का निवेश नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा, SIP को ऐसे लोग पसंद करते हैं, जो म्यूचुअल फंड में निवेश के द्वारा किसी खास लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं जैसे बच्चों की शिक्षा शादी वगैरा |
STP ऐसे लोगों के लिए सटीक है, जिनके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं और उन्हें कही भी निवेश नहीं किया हुआ है। ऐसे लोग अपने इस पैसे को म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में STP के माध्यम से वे इक्विटी जैसे फंडों में नियमित अंतराल पर छोटी राशि ट्रांसफर कर सकते हैं।
SWP उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है, जिन्होंने अतिरिक्त धन हासिल किया है यानी जिनके पास आमतौर पर काफी पैसा होता है और इससे इनकम के नियमित सोर्स की तलाश कर रहे हैं। इसलिए, वे पहले कम जोखिम वाली स्कीम में इन पैसों को लगाते हैं और फिर नियमित अंतराल पर जरूरत के मुताबिक पैसों को निकालना शुरू कर सकते हैं।
हाल ही में बाजार नियामक संस्था सेबी (SEBI) ने म्यूचुअल फंड में निवेश की सीमा को घटाकर 250 रुपए करने की योजना बनाई है। अगर, ऐसा होता है तो छोटे निवेशक जैसे विद्यार्थी या माध्यम वर्गीय व्यक्ति भी आसानी से हर महीने SIP के जरिए मार्केट में निवेश कर सकते हैं।
Disclaimer :- SIP SWP STP के इस लेख में दी गई जानकारी केवल जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए. कोई भी निवेश करने से पहले आपको निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए। कैश खबर निवेश से जुड़े किसी भी मामले में जिम्मेदार नहीं है | उम्मीद है आपको हमारा ये SIP SWP STP लेख पसंद आया होगा |
यह भी पढ़े :
Funngro App: घर बैठे free में 300 से 3000 प्रतिदिन कमाने का मौका, जानिए तरीका इस ख़बर में
किसान विकास पत्र योजना (KVP YOJANA) : 5 लाख का निवेश और किसानों का पैसा होगा डबल
SIP क्या हैं ?
SIP के जरिए कोई भी व्यक्ति एक तय रकम यानी पैसों को महीने की एक तय की गई तारीख को म्यूचुअल फंड्स स्कीम या किसी भी अच्छे निवेश के क्षेत्र में निवेश करता है।
STP क्या हैं ?
STP में किसी स्कीम में एकमुश्त राशि यानी बार बार पैसों का निवेश नहीं करके एक साथ ही पूरी राशि का निवेश किया जाता है, जिसमें अधिकतर मुद्रा बाजार निधि होती है और फिर एक खास रकम को पूर्व निर्धारित अंतराल में किसी अन्य योजना में ट्रांसफर किया जाता है।
SWP क्या हैं ?
SWP के तहत आप अपने निवेश को ऐसी योजनाओं में निवेश करते हैं जहां से किसी निश्चित अवधि के बाद हर महीने या अन्य किसी अवधि में पैसे को निकाल सके | मोटे तौर पर कहा जाए तो यह SIP से एकदम उल्टा यानी विपरीत है क्योंकि इसमें आप पैसे को निवेश के बजाय निकाल रहे हैं |
SIP SWP STP में फर्क क्या है ?
• जब कोई व्यक्ति किसी विशेष म्यूचुअल फंड में नियमित अंतराल और निश्चित राशि के साथ निवेश करता है तो इसे SIP कहते हैं। यह सामान्यता इक्विटी जैसे फंड में और लंबे समय के लिए किया जाता है।
• STP में सबसे पहले पैसे को किसी म्यूचुअल फंड में निवेश किया जाता है। डेब्ट फंड से लिक्विड फंड और इक्विटी फंड में नियमित अंतराल पर ट्रांसफर किया जाता है। यहां भी ट्रांसफर की अवधि और राशि तय होती है।
• SWP में निवेशक नियमित अंतराल पर म्यूचुअल फंड या किसी भी क्षेत्र जहा उसने निवेश किया है उसमे से पैसे निकालते हैं। इसके लिए सबसे पहले ऐसे म्यूचुअल फंड्स या ऐसे क्षेत्र में पैसे लगाए जाते हैं, जिनमें जोखिम कम है। फिर, एक निश्चित राशि को नियमित समय में समय समय पर निकाल लिया जाता है।
SIP SWP STP किनके लिए सही है ?
SIP ऐसे लोगों के लिए अच्छा है, जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और जो म्यूचुअल फंड में एकमुश्त राशि यानी एक ही बार में सारी राशि का निवेश नहीं कर सकते हैं।
STP ऐसे लोगों के लिए सटीक है, जिनके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं और उन्हें कही भी निवेश नहीं किया हुआ है। ऐसे लोग अपने इस पैसे को म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं करना चाहते हैं।
SWP उन व्यक्तियों के लिए उपयुक्त है, जिन्होंने अतिरिक्त पैसे है यानी जिनके पास आमतौर पर काफी पैसा होता है और इससे इनकम के नियमित सोर्स की तलाश कर रहे हैं।
1 thought on “निवेश से पहले जानिए SIP SWP STP क्या है, ये 3 मंत्र देंगे अच्छा profit”