प्रेफरेंस शेयर, जिन्हें प्राथमिकता शेयर भी कहते हैं, वे शेयर होते हैं जो निवेशकों को विशेष लाभ प्रदान करते हैं। ये शेयर निवेशकों को निश्चित लाभांश प्राप्त करने का अधिकार देते हैं और दिवालियापन या कंपनी के समाप्ति की स्थिति में इन्हें प्राथमिकता मिलती है, हालांकि इनपर वोटिंग अधिकार सीमित या नहीं होते हैं।
Definition of Preference Share / प्रेफरेंस शेयर की परिभाषा
प्रेफरेंस शेयर वह शेयर होते हैं जो कंपनी द्वारा जारी किए जाते हैं ताकि निवेशकों को एक तय दर पर लाभांश प्रदान किया जा सके। इन्हें कॉमन शेयर से अलग माना जाता है क्योंकि इनमें लाभांश के भुगतान की प्राथमिकता रहती है। यदि कंपनी लाभ कमाती है तो पहले प्रेफरेंस शेयरधारकों को लाभांश मिलता है, और दिवालियापन की स्थिति में भी उन्हें प्राथमिकता मिलती है।
Key Features / मुख्य विशेषताएँ
नियत लाभांश:
प्रेफरेंस शेयरधारकों को आमतौर पर एक निश्चित प्रतिशत के हिसाब से लाभांश मिलता है, जो कंपनी के लाभ पर निर्भर नहीं करता।
प्राथमिकता:
कंपनी की समाप्ति या दिवालियापन के समय प्रेफरेंस शेयरधारकों को कॉमन शेयरधारकों की तुलना में पहले भुगतान किया जाता है।
सीमित वोटिंग अधिकार:
प्रेफरेंस शेयरधारकों के पास आमतौर पर वोटिंग अधिकार कम होते हैं या नहीं होते, जिससे कंपनी के प्रबंधन में उनका सीधा हस्तक्षेप नहीं हो पाता।
कुलेटिव और नॉन-कुलेटिव विकल्प:
कुछ प्रेफरेंस शेयरों में अगर लाभांश नहीं दिया जाता तो उसे आगे के लिए जमा किया जाता है (कुलेटिव), जबकि कुछ में ऐसा नहीं होता (नॉन-कुलेटिव)।
परिवर्तनीय विकल्प:
कुछ प्रेफरेंस शेयरों को कंपनी के कॉमन शेयरों में बदला जा सकता है, जिससे निवेशकों को भविष्य में अतिरिक्त लाभ की संभावना मिलती है।
Types of Preference Shares / प्रेफरेंस शेयर के प्रकार
कुलेटिव प्रेफरेंस शेयर:
जिनमें यदि किसी वर्ष लाभांश नहीं दिया जाता, तो वह राशि अगले वर्षों में जमा हो जाती है और बाद में चुकाई जाती है।
नॉन-कुलेटिव प्रेफरेंस शेयर:
जिनमें यदि किसी वर्ष लाभांश नहीं मिलता, तो उसे भविष्य में नहीं दिया जाता।
परिवर्तनीय प्रेफरेंस शेयर:
जिन्हें बाद में कंपनी के कॉमन शेयरों में बदला जा सकता है।
नॉन-परिवर्तनीय प्रेफरेंस शेयर:
जिन्हें बदला नहीं जा सकता, और इन्हीं के आधार पर लाभांश का भुगतान होता है।
Advantages of Preference Shares / प्रेफरेंस शेयर के लाभ
नियत आय का स्रोत:
निवेशकों को एक तय दर पर नियमित लाभांश मिलता है, जिससे आय में स्थिरता आती है।
सुरक्षा:
दिवालियापन या कंपनी के समाप्ति की स्थिति में प्रेफरेंस शेयरधारकों को पहले भुगतान मिलता है, जिससे जोखिम कम होता है।
कम जोखिम:
कॉमन शेयर की तुलना में प्रेफरेंस शेयर में उतार-चढ़ाव कम होता है, जिससे निवेशकों के लिए यह एक सुरक्षित विकल्प बन जाता है।
Conclusion / निष्कर्ष
प्रेफरेंस शेयर निवेश का एक सुरक्षित विकल्प हैं जो निश्चित लाभांश और दिवालियापन की स्थिति में प्राथमिकता प्रदान करते हैं। ये शेयर उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं जो स्थिर आय की तलाश में हैं, भले ही उन्हें कंपनी के प्रबंधन में हिस्सा लेने का अधिकार कम मिले। सरल भाषा में कहें तो, प्रेफरेंस शेयर से आप कंपनी में निवेश कर स्थिर लाभांश कमा सकते हैं और यदि कंपनी संकट में हो तो आपको पहले भुगतान मिल जाता है।
Frequently Asked Questions (FAQ) / अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: प्रेफरेंस शेयर क्या होते हैं?
A: प्रेफरेंस शेयर वे शेयर होते हैं जो निवेशकों को निश्चित लाभांश और दिवालियापन के समय प्राथमिकता प्रदान करते हैं, लेकिन इनमें वोटिंग अधिकार सीमित होते हैं।
Q2: क्या प्रेफरेंस शेयर में वोटिंग अधिकार होते हैं?
A: आमतौर पर नहीं, या बहुत कम होते हैं। निवेशकों का मुख्य लाभ निश्चित लाभांश और प्राथमिकता प्राप्ति होता है।
Q3: प्रेफरेंस शेयर में निवेश का जोखिम कितना है?
A: चूँकि लाभांश तय रहता है और कंपनी की समाप्ति पर प्राथमिकता मिलती है, जोखिम सामान्यतः कम माना जाता है, लेकिन संभावित रिटर्न भी कॉमन शेयर की तुलना में कम हो सकते हैं।
Q4: क्या प्रेफरेंस शेयर को कॉमन शेयर में बदला जा सकता है?
A: हाँ, कुछ प्रेफरेंस शेयर परिवर्तनीय होते हैं जिन्हें बाद में कॉमन शेयर में बदला जा सकता है।