इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट, 25 हजार तक दाम घटे

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हाल ही में देश के इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है, हाल ही में इलेक्ट्रिक बैटरीज के दामों में आई गिरावट से इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है|

इलेक्ट्रिक बैटरीज के सस्ते होने के बाद दुपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों ने दोपहिया वाहनों के दामों को कम 15% से 20% तक कम कर दिया है |

इस फैसले के बाद अब इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन खरीदना और भी सस्ता और आसान हो गया है। कई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर वाहन बनाने वाली कंपनियों ने 2-3 महीनों में अपने मुख्य मॉडलों की कीमतों में लगभग 20-25 हजार रुपए यानी लगभग 25% तक की भी कमी की है वही एंट्री लेवल के मॉडलों की कीमतों में लगभग 15-17% तक की कटौती की है।

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट :

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट के कारणों में से सबसे प्रमुख इलेक्ट्रिक बैटरीज का सस्ता होना और दूसरी मुख्य वजह टू-व्हीलर EV को ज्यादा सस्ता बनाना है जिससे हर मिडिल क्लास वर्गीय लोग भी EV को खरीद सके और उसकी बिक्री बढ़े ।

इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट की वजह से अब पेट्रोल और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ रही हैं और जिससे काफी अच्छे अच्छे दोपहिया वाहन उचित दामों में मिल रहे हैं जिसका सीधा सीधा फायदा ग्राहकों को हो रहा है |

लीथियम आयन बैटरी की कीमतों में गिरावट :

लिथियम को सफेद सोना कहा जाता है क्योंकि आधुनिक युग में यह पदार्थ अनेकों तरह से इस्तेमाल होता है ऐसे में ये काफी जरूरी और कीमती धातुओं में गिना जाता है लेकिन हाल ही में उत्तरी भारत सहित राजस्थान जैसे राज्यों में काफी बड़ी मात्रा में लिथियम के भंडार मिले हैं |

सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के और भी कई देशों में लीथियम के भंडार मिले हैं और EV बैटरीज बनाने में इसी पदार्थ का इस्तेमाल होता है तो अब इसके भंडार मिलने के बाद EV बैटरी की कीमतों के गिरावट हुई है |

लिथियम भंडार मिलने के अलावा EV में पहले सिर्फ लीथियम आयन बैटरी ही इस्तेमाल होती थी लेकिन अब इसके अन्य विकल्पों के रूप में अन्य प्रकार की बैटरियां भी तेजी से विकसित हो रही हैं ये भी दूसरा कारण है की लीथियम आयन बैटरी की कीमतों में गिरावट आ रही है।

इन दो प्रमुख कारणों से हाल ही में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है|

इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य :

हाल ही पेट्रोल टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनियों ने भी ई-दोपहिया के मॉडल की संख्या बड़ा दी हैं। वर्तमान समय में ऐसी कंपनियों की मार्केट की हिस्सेदारी तकरीबन 5% है |

कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार निकट 2-3 साल में ये हिस्सेदारी कई  गुना तक बढ़ जाएगी। इसी वजह से EV की कीमतें भी कम होकर पेट्रोल दोपहिया के बराबर आ सकती हैं।

Ola इलेक्ट्रिक ने दामों में की कमी :

भारत की इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की दुनिया में जानी मानी कंपनी ola के इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है कंपनी ने अपने सबसे प्रमुख मॉडलों की कीमत में लगभग 25 हजार तक की कमी कर दी है|

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Ola के अलावा भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने वाली अन्य कंपनियां जैसे एथर एनर्जी, ओकाया और जेमोपई ने भी अपने अपने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की कीमतों में कमी की है |

हालांकि दोस्तों ola electric ने ये कीमत कुछ समय के लिए ही की है यानी कुछ समय बाद कंपनी के दोपहिया वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है ऐसे में जिस समय आप यह लेख पढ़ रहे हैं उस समय इनकी कीमतें जानने के लिए यहां क्लिक करें |

Disclaimer :- इस लेख में दी गई जानकारी केवल जानकारी के लिए है। इसे निवेश या कोई भी वस्तु खरीदने की सलाह नहीं माना जाना चाहिए | कोई भी निवेश करने से पहले आपको निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए। कैश खबर निवेश से जुड़े किसी भी मामले में जिम्मेदार नहीं है |

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