Pi Coin listing Price on Exchange in India

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Pi Coin अपना टोकन 20 फरवरी को mainnet से OKX एक्सचेंज पर लिस्ट करने जा रहा है। इस पाई कॉइन की लिस्टिंग प्राइस (Pi Coin listing price) कितनी रह सकती है और कहा तक जा सकती है ये सभी बाते हम इस लेख में विस्तार से जानने वाले हैं। 

पाई नेटवर्क, जो 2019 में लॉन्च हुआ था, ने लाखों उपयोगकर्ताओं को स्मार्टफोन के माध्यम से कॉइन माइन करने का अनुभव दिया है। अब जब इसकी मेननेट लॉन्च की तारीख (20 फरवरी 2025) आधिकारिक हो चुकी है, तो बाजार में ट्रेडिंग शुरू होते ही पाई कॉइन की शुरुआती लिस्टिंग कीमत (Pi Coin listing price) पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पुराने माइनर्स अपने कॉइन्स बेचते हैं और नए खरीदार अपेक्षित मात्रा में नहीं आते हैं, तो कीमत अत्यधिक सेलिंग प्रेशर के कारण संभवतः 1 डॉलर से भी कम रह सकती है।

Pi coin listing Price on Exchange

पाई नेटवर्क का उद्देश्य एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी बनाना है जिसे हर कोई आसानी से माइन कर सके।
• उपयोगकर्ता रोजाना ऐप में “माइन” बटन दबाकर पाई कॉइन कमा सकते हैं।
• इस प्रक्रिया में लाखों (35+ मिलियन) पायोनियर्स जुड़े हुए हैं।
• अब मेननेट लॉन्च के साथ, उपयोगकर्ता अपने कॉइन्स को एक्सचेंजों पर बेच सकेंगे, जिससे बाजार में भारी विक्रय दबाव उत्पन्न होने की आशंका है।

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Key factors influencing the listing price of Pi Coin

1. भारी सेलिंग प्रेशर
– वर्षों तक माइन किए गए कॉइन्स का बड़ा हिस्सा पुराने माइनर्स के पास जमा है।
– मेननेट लॉन्च के तुरंत बाद, ये उपयोगकर्ता अपने कॉइन्स बेचने लगेंगे, जिससे बाजार में विक्रय दबाव (सेलिंग प्रेशर) बढ़ेगा। इससे पाई कॉइन की लिस्टिंग प्राइस (Pi Coin listing price) पर काफी असर पड़ सकता हैं। 
– यदि नए खरीदार उतनी सक्रियता से नहीं आते, तो मांग में कमी से कीमत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

2. उच्च कुल सप्लाई और सीमित तरलता
– पाई नेटवर्क में अब तक अरबों कॉइन्स माइन हो चुके हैं, और कुल सप्लाई 100 अरब तक होने की संभावना है।
– शुरुआती दिनों में, केवल कुछ कॉइन्स ही ट्रेडेबल होंगे क्योंकि कई उपयोगकर्ताओं के पास KYC, लॉकअप या तकनीकी समस्याएँ हो सकती हैं।
– कम तरलता (लिक्विडिटी) के कारण कीमतों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

3. प्री-लांच मार्केट वैलिडेशन की कमी
– अन्य क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स के विपरीत, पाई ने ICO या प्री-सेल के माध्यम से बाजार में मूल्य स्थापित नहीं किया।
– अभी तक केवल IOU टोकन के रूप में कुछ प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग हो रही है, जिनकी कीमतें वास्तविक मूल्य का सही संकेत नहीं देतीं।

4. बाहरी बाजार की परिस्थितियाँ
– वैश्विक क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव, नियामकीय अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धी प्रोजेक्ट्स भी पाई कॉइन की कीमत पर प्रभाव डालेंगे।
– यदि प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी स्थिर रहते हैं और निवेशकों में असमंजस रहता है, तो पाई का प्रारंभिक मूल्य कम रह सकता है।

संभावित लिस्टिंग कीमत (Pi Coin listing price): $0.01 – $2
• निम्न सीमा ($0.01): अत्यधिक सप्लाई, भारी सेलिंग प्रेशर और प्री-लांच ट्रेडिंग का अभाव के कारण शुरुआती कीमत बहुत कम रह सकती है।
• उच्च सीमा ($2): यदि कुछ नए खरीदार उत्साह दिखाते हैं और सीमित तरलता से कीमत थोड़ी ऊपर जाती है, तो कीमत $2 तक भी जा सकती है।
लेकिन अधिकांश विश्लेषक मानते हैं कि शुरुआती दौर में कीमत अधिकतर $1 से भी कम रहने की संभावना है।

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Source:- Pi Network

Future of Pi Coin 

– यदि पाई नेटवर्क अपना इकोसिस्टम (जैसे dApps, व्यावहारिक उपयोगिता, व्यापारिक साझेदारियाँ) मजबूत करता है, तो दीर्घकालिक में कीमत में सुधार संभव है।
– हालांकि, शुरुआती चरण में सेलिंग प्रेशर और कम खरीदारों के कारण शुरुआती मूल्य कम रह सकता है।
– दीर्घकालिक निवेश के लिए, उपयोगिता, व्यापक अपनाने और बाजार में स्थायित्व महत्वपूर्ण होंगे।

निष्कर्ष

पाई कॉइन का मेननेट लॉन्च 20 फरवरी 2025 को निश्चित हो चुका है। हालांकि यह एक बड़ा मील का पत्थर है, पर शुरुआती दौर में भारी सेलिंग प्रेशर और कम खरीदारों के कारण इसकी लिस्टिंग कीमत (Pi Coin listing price) संभवतः $1 से भी कम रहने की संभावना है।

दीर्घकालिक सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि पाई नेटवर्क अपना इकोसिस्टम कितना मजबूत कर पाता है और व्यापक उपयोगिता प्रदान कर पाता है। निवेश से पहले पूरी जानकारी प्राप्त करें और स्वयं अनुसंधान (DYOR) करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

पाई कॉइन का मेननेट लॉन्च कब है?

पाई कॉइन का मेननेट लॉन्च 20 फरवरी 2025 को होने वाला है। यह आधिकारिक घोषणा के अनुसार तय हो चुका है।

पाई कॉइन की प्रारंभिक लिस्टिंग कीमत क्या हो सकती है?

विश्लेषकों के अनुसार, अगर पुराने माइनर्स अपने कॉइन्स बेचते हैं और नए खरीदार कम मिलते हैं, तो पाई कॉइन की शुरुआती लिस्टिंग कीमत $0.01 से $2 के बीच रहने की संभावना है, जिसमें अधिकांश मामले में $1 से भी कम रहने का अनुमान है।

Pi Coin में भारी सेलिंग प्रेशर का कारण क्या है?

Pi नेटवर्क में वर्षों तक माइन किए गए कॉइन्स का बड़ा हिस्सा पुराने माइनर्स के पास जमा है। मेननेट लॉन्च के तुरंत बाद, ये उपयोगकर्ता अपने कॉइन्स बेचने लगेंगे, जिससे बाजार में विक्रय दबाव बढ़ेगा।

उच्च सप्लाई और कम तरलता से कीमत पर क्या असर पड़ेगा?

पाई नेटवर्क में अरबों कॉइन्स होने के कारण, यदि इनका पर्याप्त तरलता के साथ बाजार में आगमन होता है तो कीमत में अत्यधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। शुरुआती दौर में कम खरीदारों के कारण कीमत पर दबाव बने रहने की संभावना है।

क्या पाई कॉइन में निवेश करना सुरक्षित है?

चूंकि पाई कॉइन अभी तक मुख्यनेट में नहीं है और ट्रेडिंग का वास्तविक मूल्य स्थापित नहीं हुआ है, इसलिए निवेश करने से पहले पूरी तरह से अनुसंधान (DYOR – Do Your Own Research) करना और केवल उतनी पूंजी का निवेश करना आवश्यक है जिसे खोने का जोखिम उठाया जा सके।

मेननेट लॉन्च के बाद पाई कॉइन की दीर्घकालिक संभावना क्या है?

दीर्घकालिक सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि पाई नेटवर्क अपना इकोसिस्टम कितना मजबूत कर पाता है और वास्तविक उपयोगिता स्थापित कर पाता है। यदि नेटवर्क में नए dApps, व्यापारिक साझेदारियाँ और व्यापक अपनाने की दिशा में कदम उठते हैं, तो दीर्घकालिक में कीमत में सुधार की संभावना है। हालांकि, शुरुआती दौर में सेलिंग प्रेशर के कारण कीमत कम ही रह सकती है।

 

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