लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) वह लाभ हैं जो किसी शेयर, म्यूचुअल फंड, या अन्य संपत्ति को खरीदने के बाद लंबी अवधि (आमतौर पर 12 महीने से अधिक) तक रखने के बाद बेचने पर प्राप्त होते हैं। लंबे समय तक निवेश करने से लाभांश और शेयर मूल्य में वृद्धि से होने वाले लाभ पर टैक्स में छूट या कम दर भी मिल सकती है।
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स की परिभाषा
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स वे लाभ हैं जो किसी संपत्ति के बिक्री मूल्य में वृद्धि से प्राप्त होते हैं, जब निवेशक उसे एक निर्धारित अवधि (भारत में, आमतौर पर 12 महीने से अधिक, या कुछ निवेशों के लिए अलग अवधि) तक रखते हैं।
उदाहरण:
यदि आपने 100 रुपये में कोई शेयर खरीदा और उसे 12 महीने से अधिक समय तक रखकर 150 रुपये में बेच दिया, तो 50 रुपये का लाभ लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहलाएगा।
गणना का तरीका
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन की गणना निम्न सूत्र से की जाती है:
Long Term Capital Gain = विक्रय मूल्य – (खरीद मूल्य + संबंधित खर्च)
उदाहरण:
मान लीजिए आपने 100 शेयर 100 रुपये प्रति शेयर में खरीदे, और 12 महीने से अधिक समय तक रखने के बाद 130 रुपये प्रति शेयर में बेचे। यदि लेन-देन शुल्क 5 रुपये प्रति शेयर है, तो
लाभ = (130 – 100 – 5) = 25 रुपये प्रति शेयर।
टैक्सेशन / Taxation
इक्विटी शेयरों के लिए
यदि शेयर पर सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) का भुगतान किया जाता है, तो 12 महीने से अधिक अवधि में बेचे जाने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर 10% का टैक्स लागू होता है (जबकि 1 लाख रुपये से अधिक के लाभ पर ही टैक्स लगता है)।
इससे पहले 2018 में नियम बदलने से 10% टैक्स दर लागू हुई, जिससे छोटे लाभों पर टैक्स में राहत मिली है।
म्यूचुअल फंड्स के लिए
इक्विटी म्यूचुअल फंड्स: 12 महीने से अधिक होल्डिंग पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर 10% टैक्स (1 लाख रुपये से अधिक लाभ पर) लागू होता है।
डेब्ट म्यूचुअल फंड्स: यदि निवेश 3 साल से अधिक समय तक रखा जाए, तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर 20% टैक्स लागू होता है (इन्फ्लेशन एडजस्टमेंट के बाद)।
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स से अंतर
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG):
निवेश अवधि 12 महीने (या अन्य निर्धारित अवधि) से अधिक।
टैक्स दर आमतौर पर कम होती है, और कुछ निवेशों के लिए छूट भी उपलब्ध होती है।
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG):
निवेश अवधि 12 महीने से कम।
टैक्स दर सामान्य आयकर दर या 15% (इक्विटी में STT के साथ) होती है, जो लॉन्ग टर्म की तुलना में अधिक हो सकती है।
निवेश पर प्रभाव / Impact on Investment
टैक्स की योजना:
लॉन्ग टर्म निवेश से टैक्स में छूट या कम दर मिल सकती है, जिससे कुल रिटर्न बढ़ सकता है।
जोखिम और रिटर्न:
लंबी अवधि तक निवेश करने से बाजार के उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम होता है और कंपनियों के विकास का फायदा उठाया जा सकता है।
वित्तीय लक्ष्य:
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स निवेशकों को उनके वित्तीय लक्ष्यों (जैसे रिटायरमेंट, बच्चों की शिक्षा) को पूरा करने में सहायक होते हैं।
निष्कर्ष / Conclusion
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स निवेश का वह लाभ हैं जो तब प्राप्त होते हैं जब आप किसी संपत्ति को 12 महीने या उससे अधिक समय तक रखते हैं और फिर बेचते हैं। यह निवेश रणनीति न केवल उच्च रिटर्न की संभावना प्रदान करती है, बल्कि टैक्स में भी लाभदायक हो सकती है। लॉन्ग टर्म निवेश से आप बाजार के उतार-चढ़ाव से बचते हुए कंपनी के दीर्घकालिक विकास का फायदा उठा सकते हैं। सही योजना, जोखिम प्रबंधन और टैक्स की समझ के साथ, लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन क्या हैं?
A: ये लाभ हैं जो किसी संपत्ति के मूल्य में वृद्धि से प्राप्त होते हैं, जब उसे एक निर्धारित अवधि (आमतौर पर 12 महीने से अधिक) तक रखने के बाद बेचा जाता है।
Q2: लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स की गणना कैसे की जाती है?
A: विक्रय मूल्य में से खरीद मूल्य और लेन-देन शुल्क जैसे खर्च घटाकर गणना की जाती है।
Q3: इक्विटी शेयरों के लिए लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स पर टैक्स दर क्या है?
A: यदि STT का भुगतान किया गया है, तो 12 महीने से अधिक अवधि में बेचे जाने पर 10% टैक्स (1 लाख रुपये से अधिक लाभ पर) लागू होता है।
Q4: म्यूचुअल फंड्स पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कैसे काम करते हैं?
A: इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर 12 महीने से अधिक होल्डिंग पर 10% टैक्स और डेब्ट म्यूचुअल फंड्स पर 3 साल से अधिक होल्डिंग पर 20% टैक्स (इन्फ्लेशन एडजस्टमेंट के बाद) लागू होता है।
Q5: लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स में क्या अंतर है?
A: लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स लंबी अवधि (12 महीने से अधिक) में होने वाले लाभ होते हैं, जिनपर टैक्स दर कम होती है, जबकि शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स कम अवधि में होने वाले लाभ पर लागू होते हैं और टैक्स दर अधिक हो सकती है।
Q6: लॉन्ग टर्म निवेश क्यों महत्वपूर्ण है?
A: लंबे समय तक निवेश करने से बाजार के उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम होता है, कंपनियों के विकास का लाभ मिलता है और टैक्स में भी राहत मिलती है।