Loan Against Mutual Funds in 2024

आज के समय में निवेशक अपने म्यूचुअल फंड्स को बेचने के बजाय उन्हें गारंटी के रूप में इस्तेमाल करके लोन प्राप्त कर सकते हैं। इसे Loan Against Mutual Funds कहा जाता है।

यह विकल्प उन निवेशकों के लिए खासतौर पर लाभकारी है जो अपने निवेश को बनाए रखना चाहते हैं और इसके बावजूद अल्पकालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना चाहते हैं।

आइए इस लेख (Loan Against Mutual Funds) में हम विस्तार से जानें कि म्यूचुअल फंड्स पर लोन कैसे काम करता है और इसके प्रमुख फायदे क्या हैं।

म्यूचुअल फंड्स पर लोन क्या है? (What is Loan Against Mutual Funds?)

म्यूचुअल फंड्स पर लोन एक ऐसा वित्तीय उत्पाद है जिसमें आप अपने म्यूचुअल फंड्स को गिरवी रखकर बैंक या फाइनेंशियल संस्थानों से लोन प्राप्त कर सकते हैं।

यहां आपका निवेश उसी जगह रहता है और आपको उसे बेचना नहीं पड़ता। जब तक लोन का भुगतान नहीं हो जाता, तब तक म्यूचुअल फंड्स संस्थान के पास गारंटी के रूप में रहते हैं।

लोन की विशेषताएँ (Features of Loan Against Mutual Funds)

  1. लोन टू वैल्यू रेशियो (Loan to Value Ratio – LTV):
    म्यूचुअल फंड्स पर मिलने वाले लोन की राशि आपके फंड्स के वैल्यू के आधार पर होती है। Debt Funds के लिए LTV रेशियो अधिक हो सकता है, जबकि Equity Funds के लिए यह आमतौर पर 50% तक हो सकता है। कुछ वित्तीय संस्थान Debt Funds के लिए 80% तक का लोन प्रदान कर सकते हैं।
  2. ब्याज दर (Interest Rate):
    म्यूचुअल फंड्स पर लोन की ब्याज दर पर्सनल लोन की तुलना में कम होती है। उदाहरण के लिए, कई संस्थान इस पर 10% से 12% तक की ब्याज दर देते हैं। यह ब्याज दर विभिन्न वित्तीय संस्थानों के अनुसार बदल सकती है।
  3. तुरंत प्रोसेसिंग (Quick Processing):
    लोन का प्रोसेसिंग बेहद तेजी से किया जाता है। एक बार लोन अप्रूव हो जाने के बाद, 24 से 48 घंटों में राशि आपके बैंक खाते में जमा हो जाती है।
  4. डिजिटल पंजीकरण (Digital Pledging):
    म्यूचुअल फंड्स को गिरवी रखने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होती है। निवेशक अपने फंड्स को ऑनलाइन गिरवी रख सकते हैं, और एक बार यह प्रोसेस हो जाने के बाद, आपको लोन प्राप्त हो जाता है।
  5. लचीले भुगतान विकल्प (Flexible Repayment Options):
    लोन का भुगतान ईएमआई (EMI) या बल्क भुगतान (Bullet Payment) दोनों तरीकों से किया जा सकता है। इससे निवेशकों को अपनी सुविधा के अनुसार भुगतान करने का विकल्प मिलता है।

म्यूचुअल फंड्स पर लोन के फायदे (Benefits of Loan Against Mutual Funds)

  1. निवेश पर नियंत्रण (Control Over Investment):
    म्यूचुअल फंड्स पर लोन लेकर आपको अपनी निवेशित राशि को बेचना नहीं पड़ता। इससे आपके निवेश पर अधिकार बना रहता है और उसकी ग्रोथ भी होती रहती है।
  2. कम ब्याज दर (Lower Interest Rate):
    पर्सनल लोन की तुलना में म्यूचुअल फंड्स पर लोन की ब्याज दरें कम होती हैं, जो इसे एक आकर्षक विकल्प बनाता है। कुछ संस्थानों में यह दर लगभग 10% तक होती है, जो अन्य विकल्पों से बेहतर है।
  3. लोन प्राप्त करने में आसानी (Easy Loan Approval):
    यदि आपके पास पहले से ही म्यूचुअल फंड्स हैं, तो लोन प्राप्त करने की प्रक्रिया सरल और त्वरित होती है। आपके म्यूचुअल फंड्स की वैल्यू के आधार पर तुरंत लोन अप्रूव किया जा सकता है।
  4. लचीले भुगतान विकल्प (Flexible Repayment Options):
    लोन को आप अपनी सुविधा के अनुसार ईएमआई के माध्यम से या एकमुश्त भुगतान (लम सम पेमेंट) करके चुका सकते हैं। इससे वित्तीय बोझ कम होता है।

म्यूचुअल फंड्स पर लोन के नुकसान (Disadvantages of Loan Against Mutual Funds)

  1. फंड्स की ग्रोथ पर प्रभाव (Impact on Fund Growth):
    यदि आपके म्यूचुअल फंड्स की ग्रोथ धीमी हो जाती है या मार्केट में गिरावट आती है, तो इससे आपकी लोन की वैल्यू कम हो सकती है। इसके चलते आपको अधिक फंड्स गिरवी रखने की आवश्यकता हो सकती है।
  2. लोन चुकाने में विफलता (Default Risk):
    यदि आप लोन चुकाने में विफल रहते हैं, तो वित्तीय संस्थान आपके म्यूचुअल फंड्स को बेचकर अपनी राशि की रिकवरी कर सकता है। इससे आपको निवेश में हानि हो सकती है।
  3. ब्याज दर का उतार-चढ़ाव (Fluctuating Interest Rate):
    हालांकि ब्याज दरें कम होती हैं, लेकिन वे स्थिर नहीं होतीं। मार्केट के हिसाब से ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव आ सकता है, जिससे आपकी वित्तीय योजना प्रभावित हो सकती है।

लोन के लिए पात्रता और आवश्यकताएँ (Eligibility for Loan Against Mutual Funds)

  1. म्यूचुअल फंड का मालिक होना (Ownership of Mutual Funds):
    लोन प्राप्त करने के लिए आपके पास म्यूचुअल फंड्स में निवेश होना आवश्यक है। ये फंड्स या तो CAMS या KFintech में पंजीकृत होने चाहिए।
  2. KYC प्रक्रिया पूरी होनी चाहिए (KYC Compliance):
    लोन प्राप्त करने से पहले आपका KYC (Know Your Customer) पूरा होना आवश्यक है।
  3. डीमैट या फोलियो खाता (Demat or Folio Account):
    म्यूचुअल फंड्स या तो डीमैट खाते में होने चाहिए या फिजिकल फोलियो के रूप में। इससे प्रक्रिया सरल हो जाती है और जल्दी लोन अप्रूवल मिलता है।
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Loan Against Mutual Funds

निष्कर्ष (Conclusion)

Loan Against Mutual Funds उन निवेशकों के लिए एक उपयोगी उपकरण है जो अपनी अल्पकालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना चाहते हैं, लेकिन अपने म्यूचुअल फंड्स की ग्रोथ को बनाए रखना चाहते हैं।

हालांकि, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि इसमें जोखिम भी होते हैं, विशेष रूप से मार्केट के उतार-चढ़ाव के कारण। सही योजना और सावधानीपूर्वक विचार करके निवेशक इस लोन का लाभ उठा सकते हैं।

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