इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) वह ट्रेडिंग तकनीक है जिसमें निवेशक उसी दिन के भीतर शेयर खरीदते हैं और बेच देते हैं। इस प्रकार के ट्रेड में, निवेशक दिन भर के उतार-चढ़ाव से लाभ कमाने की कोशिश करते हैं और ट्रेडिंग दिन खत्म होने से पहले सभी पोजीशन बंद कर देते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग की परिभाषा / Definition of Intraday Trading in Share Market
इंट्राडे ट्रेडिंग वह प्रक्रिया है जिसमें निवेशक एक ही ट्रेडिंग दिन के भीतर शेयर या अन्य सिक्योरिटीज खरीदते और बेचते हैं। यहाँ निवेशक लंबी अवधि तक शेयर नहीं रखते, बल्कि छोटे-छोटे लेन-देन से तत्काल लाभ प्राप्त करने का प्रयास करते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) को यदि आसान भाषा में समझा जाएं तो आप यह कह सकते है कि मान लीजिए कोई ट्रेडर किसी कंपनी के शेयर सुबह मार्केट खुलने पर खरीद लेता है ऐसे में यदि वह इंट्राडे ट्रेडिंग का विकल्प चुनता हैं तो उस ट्रेडर के ये शेयर शाम को मार्केट के बंद होने के साथ ही वापिस बेच दिए जाएंगे और जो भी मुनाफा या हानि उसको इस ट्रेड पर होती है उसके साथ ही ये ट्रेड बंद हो जाएगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग की विशेषताएँ / Features of Intraday Trading
दिन भर का ट्रेडिंग:
सभी लेन-देन उसी दिन पूरे हो जाते हैं, जिससे रात के व्यापार के जोखिम से बचा जा सकता है। शेयर को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया एक ही दिन में पूरी हो जाती है।
त्वरित लाभ के अवसर:
बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा उठाकर छोटे-छोटे लाभ कमाए जाते हैं। कई अवसर पर जो ट्रेडर्स स्केलपिंग ट्रेडिंग करते हैं वो ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग जैसे विकल्प का ज्यादा इस्तेमाल करते है।
कम पूंजी में ट्रेडिंग:
निवेशक अक्सर लीवरेज का उपयोग करते हैं, जिससे कम पूंजी में भी बड़े ट्रेड किए जा सकते हैं। यह विकल्प एक तरह से फ्यूचर ट्रेडिंग की तरह ही काम करता हैं। इसमें अतिरिक्त मार्जिन के लिए ट्रेडर लीवरेज का इस्तेमाल कर लेते है।
ऊंची तरलता:
इंट्राडे ट्रेडिंग में उच्च तरलता वाले शेयरों का चयन किया जाता है, जिससे तेजी से खरीद-बिक्री संभव हो सके। यह ट्रेडर्स के बीच काफी लोकप्रिय विकल्प हैं और इसमें काफी अधिक वॉल्यूम होने से अधिकांश शेयर्स की लिक्विडिटी भी ज्यादा होती है।
रिस्क और वोलैटिलिटी:
चूंकि बाजार के उतार-चढ़ाव तेजी से होते हैं, इसलिए जोखिम भी अधिक होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे की जाती है? / How to Trade Intraday in Share Market
1. शेयर का चयन:
उच्च तरलता वाले और वोलैटाइल शेयरों का चयन करें, जिनमें उतार-चढ़ाव अधिक हो।
2. ट्रेडिंग अकाउंट खोलें:
एक विश्वसनीय ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म पर डिमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलें।
3. ट्रेडिंग प्लान बनाएं:
ट्रेडिंग के लिए स्पष्ट रणनीति तय करें, जैसे एंट्री, एग्जिट पॉइंट और स्टॉप लॉस निर्धारित करना।
4. चार्ट एनालिसिस करें:
तकनीकी संकेतकों (जैसे मूविंग एवरेज, RSI, MACD) का उपयोग करके बाजार के रुझान और संभावित ब्रेकआउट का आकलन करें।
5. ऑर्डर निष्पादित करें:
तय की गई रणनीति के अनुसार खरीद और बिक्री के ऑर्डर दें।
ध्यान रखें कि ट्रेडिंग दिन के अंत तक सभी पोजीशन बंद करनी होती हैं।
6. लाभ और हानि की समीक्षा करें:
दिन भर के ट्रेड का विश्लेषण करें और अपनी रणनीति में सुधार करें।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ / Advantages of Intraday Trading in Share Market
त्वरित लाभ:
दिन भर के उतार-चढ़ाव से छोटे-छोटे लाभ कमाए जा सकते हैं।
निशुल्क या कम शुल्क:
अधिकांश ब्रोकर्स इंट्राडे ट्रेडिंग पर कम शुल्क लेते हैं, जिससे लेन-देन लागत कम होती है।
रिस्क प्रबंधन:
चूंकि सभी पोजीशन उसी दिन बंद कर दी जाती हैं, इसलिए रातभर के अनिश्चित जोखिम से बचा जा सकता है।
तुरंत फंड उपलब्धता:
दिन के अंत में पोजीशन क्लोज होने से नकद प्रवाह पर तुरंत प्रभाव पड़ता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिम / Risks of Intraday Trading in Share Market
उच्च वोलैटिलिटी:
तेजी से होने वाले उतार-चढ़ाव से नुकसान का जोखिम अधिक रहता है और ट्रेड्स को एक ही दिन में बंद करने के अतिरिक्त दबाव के कारण इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) में अधिक वोलैटिलिटी रहती है।
भावनात्मक निर्णय:
अल्पकालिक यानि कम समयकाल के लिए ट्रेडिंग में जल्दी निर्णय लेने की स्थिति में भावनात्मक निर्णय हो सकते हैं, जिससे हानि हो सकती है। कई अवसर पर ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) में ओवरट्रेडिंग जैसे कारक भी देखने को मिल जाते है।
लीवरेज का जोखिम:
लीवरेज का उपयोग अधिक लाभ के साथ-साथ अधिक हानि का कारण भी बन सकता है। फ्यूचर के ये विकल्प एक अतिरिक्त जोखिम के साथ आते है।
बाजार की अनिश्चितता:
दिन भर के बाजार में अचानक बदलाव से अपेक्षित लाभ में कमी आ सकती है। बाजार में कभी कभी अचानक आने वाली गिरावट के समय इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) एक अतिरिक्त जोखिम भी लाता है।
निष्कर्ष / Conclusion
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) शेयर मार्केट में दिन भर के भीतर खरीद और बिक्री की प्रक्रिया है, जिसमें तेजी से होने वाले उतार-चढ़ाव का फायदा उठाया जाता है। इसमें तेजी से लाभ कमाने के अवसर होते हैं, लेकिन जोखिम भी अधिक होता है। सही रणनीति, तकनीकी विश्लेषण, और उचित जोखिम प्रबंधन के साथ, इंट्राडे ट्रेडिंग से लाभ कमाया जा सकता है।
निवेशकों को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading in Share Market) अपनाने से पहले अपनी विशेषज्ञता और अनुभव के अनुसार योजना बनानी चाहिए ताकि वे बाजार के उतार-चढ़ाव का सही तरीके से लाभ उठा सकें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग वह प्रक्रिया है जिसमें निवेशक एक ही दिन के भीतर शेयर खरीदते और बेचते हैं ताकि तत्काल लाभ प्राप्त किया जा सके।
इंट्राडे ट्रेडिंग में कौन से शेयर चुने जाते हैं?
आमतौर पर उच्च तरलता और वोलैटिलिटी वाले शेयर चुने जाते हैं, क्योंकि इन्हें तेजी से खरीदा और बेचा जा सकता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कैसे कमाया जा सकता है?
तकनीकी विश्लेषण, चार्ट पैटर्न्स, और विभिन्न संकेतकों (जैसे मूविंग एवरेज, RSI) के आधार पर बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर।
इंट्राडे ट्रेडिंग में जोखिम क्या हैं?
उच्च वोलैटिलिटी, लीवरेज के कारण बढ़ता हानि का जोखिम, और भावनात्मक निर्णय लेने का खतरा मुख्य जोखिम हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग किसे उपयुक्त है?
इंट्राडे ट्रेडिंग उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो तेज़ी से ट्रेडिंग करके लाभ कमाना चाहते हैं, और जो बाजार के उतार-चढ़ाव को समझते हैं। इसे अपनाने से पहले अच्छी तैयारी और अनुभव आवश्यक है।