क्रिप्टो करेंसी मार्केट आम तौर पर काफ़ी वोलेटाइल मार्केट माना जाता है जिसमें अत्यंत उतार चढ़ाव काफी कम समय में देखने को मिलते है ऐसे में इस मार्केट में निवेश पर जोखिम बढ़ जाता है।
इस जोखिम को कम करने और इस मार्केट अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिए ट्रेडर्स को इस लेख में नीचे दिए गए कुछ टिप्स और ट्रिक्स का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे वो कम से कम जोखिम के साथ अधिक से अधिक मुनाफा कमा सके।
How to take profitable trades in Cryptocurrency :-
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में इन 5 टिप्स को फॉलो करते हुए एक अच्छे अनुशासन के साथ ट्रेड्स ली जाए तो कोई भी ट्रेडर आसानी से कम से कम रिस्क का सामना करते हुए अच्छे ट्रेड्स के सकता है :-
1. Market Trend (मार्केट ट्रेंड)
मार्केट ट्रेंड से तात्पर्य है की मार्केट में खरीदारी ज्यादा है या बिकवाली यानी मार्केट ऊपर की तरफ यानी बुल्लिश है या मार्केट नीचे की तरफ यानी बेयरिश है।
किसी भी निवेशक को किसी भी तरह के निवेश के लिए सबसे पहले उसके मार्केट के ट्रेंड के बारे में जरूर पता होना चाहिए जिससे निवेशक को निवेश करने के लिए सही समय चुनने का मौका मिले।
क्रिप्टो करेंसी मार्केट में इसका पता लगाना काफी आसान है इसके लिए यूजर्स बाइनेंस और बायबिट जैसे एक्सचेंज पर मार्केट एनालिसिस वाले फीचर का इस्तेमाल कर सकते है जिसमे मार्केट के सभी टोकेंस की गिरावट और बड़ोतरी एक ही जगह पर दिखाई जाती हैं।
2. Stoch RSI & RSI Indicator
मार्केट ट्रेंड का पता होने के बाद किसी भी कॉइन में ट्रेड करते समय उस कॉइन का मार्केट ट्रेंड ये दोनो इंडिकेटर बताते हैं जिसमें ये 0 से 100 के बीच स्कोर दिखाता है जिसमें सामान्य रूप से 30 से नीचे का स्कोर मार्केट में बेयरिश और 70 से ऊपर बुल्लिश ट्रेंड दिखाता है।
सामान्य तौर पर ट्रेडर्स 30 से नीचे RSI आने पर कॉल और 70 से ऊपर RSI जानें पर Put का कॉल लेते हैं।
3. Volume (वॉल्यूम)
मार्केट में वॉल्यूम सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण इंडिकेटर है जिसका सीधा संबंध मार्केट के ट्रेंड रिवर्सल और फेक ब्रेकआउट को समझने में काम आता है।
मार्केट में यदि किसी एक तरफ अच्छे वॉल्यूम के साथ ब्रेकआउट आता है तो सही और वैध होता है लेकिन यदि वॉल्यूम कम होता है तो काफी हद तक ये संभावना होती है की ये एक फेक ब्रेकआउट है।
4. Candlestick patterns
किसी भी कॉइन में सही समय पर सही तरीके से ट्रेड लेने के लिए किसी भी ट्रेडर को कैंडलेस्टिक पैटर्न का ज्ञान होना जरूरी हैं जिससे वो सही समय पर ब्रेकआउट को पहचान सके और ट्रेड के सके।
ये पैटर्न मार्केट के सेंटीमेंट्स को भी समझने के काम आते हैं और स्टॉप लॉस को सही पोजिशन पर सेट करने के कम भी आते है।
5. Stop loss का इस्तेमाल
चुकी क्रिप्टो करेंसी मार्केट एक जोखिम भरा और वोलेटाइल मार्केट है इसलिए इसमें ली जाने वाली हर ट्रेड पर स्टॉप लॉस का इस्तेमाल करना अनिवार्य हो जाता है।
क्रिप्टो करेंसी मार्केट में फ्यूचर ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स के लिए इसका इस्तेमाल उनके ट्रेड्स को लिक्विड होने से बचाता हैं और नुकसान को सीमित कर देता हैं।
Disclaimer :- इस लेख (How to take profitable trades in Cryptocurrency) में दी गई जानकारी केवल जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए. कोई भी निवेश करने से पहले आपको निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए। कैश खबर निवेश से जुड़े किसी भी मामले में जिम्मेदार नहीं है |