नीचे प्रस्तुत लेख में शेयर मार्केट में उपयोग होने वाले 100+ कैंडलस्टिक पैटर्न्स को विस्तार से समझाया गया है। इसमें प्रत्येक पैटर्न के निर्माण, उनके संकेत (सिग्नल) और ट्रेडिंग में उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी गई है। ध्यान दें कि कुछ पैटर्न्स के नाम और उनके वेरिएंट्स अलग-अलग ट्रेडर्स के बीच थोड़े भिन्न हो सकते हैं, लेकिन यहाँ मुख्य अवधारणा पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
शेयर मार्केट में कैंडलस्टिक पैटर्न्स: सम्पूर्ण गाइड
कैंडलस्टिक चार्टिंग एक शक्तिशाली तकनीकी उपकरण है जो ट्रेडर्स को बाजार के भाव, निवेशकों के मनोभाव और संभावित रिवर्सल/कंटीन्यूएशन का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है। इस गाइड को पाँच मुख्य श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
- एकल (सिंगल) कैंडल पैटर्न्स
- द्वि-कैंडल (डबल) पैटर्न्स
- त्रि-कैंडल (ट्रिपल) पैटर्न्स
- निरंतरता (कंटीन्यूएशन) पैटर्न्स
- अन्य और विरले पैटर्न्स
नीचे प्रत्येक पैटर्न के बारे में विस्तार से बताया गया है।
1. एकल (सिंगल) कैंडल पैटर्न्स
1.1 बुलिश मारुबोज़ू
- निर्माण: कैंडल का पूरा शरीर हरा (बुलिश) होता है, और कोई ऊपरी या निचली छाया नहीं होती।
- सिग्नल: मजबूत खरीदारी का संकेत। यह दर्शाता है कि बाजार में खरीदारों का दबाव अत्यधिक है।
1.2 बेरिश मारुबोज़ू
- निर्माण: पूरा शरीर लाल (बेरिश) होता है, बिना किसी छाया के।
- सिग्नल: विक्रय का मजबूत संकेत, जब विक्रेताओं का दबाव बाजार में भारी होता है।
1.3 सामान्य डोजी
- निर्माण: खुलने और बंद होने की कीमत लगभग समान होती है, जिससे बहुत छोटा शरीर बनता है।
- सिग्नल: अनिश्चितता और संतुलन; यह संकेत देता है कि बाजार में न तो खरीदारी और न ही विक्रय का दबाव है।
1.4 लॉन्ग लेग्ड डोजी
- निर्माण: शरीर बहुत छोटा, लेकिन ऊपरी और निचली छाया लंबी होती हैं।
- सिग्नल: अत्यधिक अनिश्चितता; संभावित रिवर्सल का संकेत, खासकर जब ट्रेंड कमजोर हो।
1.5 ड्रैगनफ्लाई डोजी
- निर्माण: खुलने, बंद होने और उच्च कीमत लगभग समान; निचली छाया लंबी होती है।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड में बुलिश रिवर्सल का पूर्व संकेत, खासकर जब कीमत निचले स्तर पर गिर चुकी हो।
1.6 ग्रेवस्टोन डोजी
- निर्माण: खुलने, बंद होने और निम्न कीमत लगभग समान; ऊपरी छाया लंबी होती है।
- सिग्नल: अपट्रेंड में बेरिश रिवर्सल का संकेत।
1.7 फोर प्राइस डोजी
- निर्माण: खुलने, बंद होने, उच्च और निम्न कीमतें सभी समान होती हैं।
- सिग्नल: बहुत उच्च अनिश्चितता; अक्सर बाजार में निर्णय न लेने की स्थिति।
1.8 स्पिनिंग टॉप
- निर्माण: छोटा शरीर, दोनों ओर मामूली छाया।
- सिग्नल: संतुलन और थोड़ी अनिश्चितता; बाजार में हलचल, पर स्पष्ट रिवर्सल का संकेत नहीं।
1.9 हाई वेव कैंडल
- निर्माण: पतला शरीर लेकिन बहुत लंबी ऊपरी और निचली छाया।
- सिग्नल: अत्यधिक अस्थिरता; बाजार में भाव में तीव्र उतार-चढ़ाव का संकेत।
1.10 बुलिश बेल्ट होल्ड
- निर्माण: खुलते ही तेजी से ऊपरी स्तर पर बढ़ना, बिना ऊपरी छाया के।
- सिग्नल: मजबूत खरीदारी का संकेत, विशेषकर डाउनट्रेंड के बाद।
1.11 बेरिश बेल्ट होल्ड
- निर्माण: खुलते ही तेजी से निचले स्तर पर गिरावट, बिना निचली छाया के।
- सिग्नल: विक्रय का मजबूत संकेत, अपट्रेंड में चेतावनी।
1.12 रिक्शा मैन कैंडल
- निर्माण: बहुत छोटा शरीर, लंबी छायाएँ।
- सिग्नल: अत्यधिक अनिश्चितता; बाजार में छोटे ट्रेड्स के बावजूद दिशा बदलने का संकेत।
1.13 मिनी डोजी
- निर्माण: अत्यंत छोटा शरीर, कुछ मामूली छाया।
- सिग्नल: सूक्ष्म अनिश्चितता, छोटे निवेशकों के लिए ध्यान देने योग्य।
1.14 क्वासी-डोजी
- निर्माण: खुलने और बंद होने की कीमत में मामूली अंतर, जिससे शरीर बहुत छोटा होता है।
- सिग्नल: हल्की अनिश्चितता; बाजार में संतुलन में थोड़ा बदलाव।
1.15 ऑफ-बैलेंस डोजी
- निर्माण: ऊपरी और निचली छाया में असमानता; खुलने और बंद होने की कीमत थोड़ी अलग होती है।
- सिग्नल: संकेत देता है कि बाजार में संतुलन बिगड़ रहा है।
1.16 इनवर्टेड मारुबोज़ू
- निर्माण: सामान्य मारुबोज़ू का उल्टा – उच्चतम स्तर पर खुलता है और निचले स्तर पर बंद होता है।
- सिग्नल: दुर्लभ, लेकिन कभी-कभी विशेष परिस्थितियों में देखा जाता है।
1.17 फुल मारुबोज़ू
- निर्माण: कोई छाया नहीं, पूरा कैंडल शरीर भरपूर होता है।
- सिग्नल: अत्यधिक शक्ति, पूरे दिन में कीमत में दृढ़ता।
1.18 पार्शियल मारुबोज़ू
- निर्माण: बहुत कम छाया होती है, लेकिन फुल मारुबोज़ू जितना नहीं।
- सिग्नल: मजबूत खरीदारी या विक्रय का संकेत, पर थोड़ा संशय भी रह जाता है।
2. द्वि-कैंडल (डबल) पैटर्न्स
2.1 बुलिश एंगफल्फिंग
- निर्माण: पहली कैंडल छोटी लाल होती है, उसके बाद की बड़ी हरी कैंडल पूरी लाल कैंडल को ढक लेती है।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड के बाद खरीदारी में तेजी; बुलिश रिवर्सल का स्पष्ट संकेत।
2.2 बेरिश एंगफल्फिंग
- निर्माण: पहली कैंडल छोटी हरी होती है, उसके बाद की बड़ी लाल कैंडल पूरी हरी कैंडल को कवर करती है।
- सिग्नल: अपट्रेंड के बाद विक्रय का संकेत; बेरिश रिवर्सल।
2.3 बुलिश हरामी
- निर्माण: एक बड़ी लाल कैंडल के बाद छोटी हरी कैंडल, जो पूरी लाल कैंडल के भीतर आती है।
- सिग्नल: संभावित बुलिश रिवर्सल, जब ट्रेंड कमजोर हो।
2.4 बेरिश हरामी
- निर्माण: एक बड़ी हरी कैंडल के बाद छोटी लाल कैंडल, जो पूरी हरी कैंडल के भीतर होती है।
- सिग्नल: संभावित बेरिश रिवर्सल।
2.5 हरामी क्रॉस
- निर्माण: पहली कैंडल बड़ी होती है और दूसरी एक डोजी (छोटा शरीर) होती है जो पूरी तरह से पहली कैंडल के अंदर होती है।
- सिग्नल: अनिश्चितता, संभावित रिवर्सल की तैयारी।
2.6 टवीज़र टॉप
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनकी ऊपरी छाया लगभग समान होती है।
- सिग्नल: अपट्रेंड में बिक्री का संकेत, संभावित रिवर्सल।
2.7 टवीज़र बॉटम
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनकी निचली छाया समान होती है।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड में खरीदारी का संकेत, बुलिश रिवर्सल।
2.8 बुलिश किकिंग
- निर्माण: पिछली लाल कैंडल के विपरीत अचानक बड़ी हरी कैंडल।
- सिग्नल: तेजी से ट्रेंड का रिवर्सल; बुलिश रिवर्सल का मजबूत संकेत।
2.9 बेरिश किकिंग
- निर्माण: पिछली हरी कैंडल के विपरीत अचानक बड़ी लाल कैंडल।
- सिग्नल: तेज़ी से ट्रेंड का रिवर्सल; बेरिश संकेत।
2.10 कनसीलिंग बेबी स्वैलो
- निर्माण: दो कैंडल्स के बीच में एक छोटी कैंडल, जो पहली कैंडल को पूरी तरह से ढक लेती है।
- सिग्नल: मजबूत रिवर्सल के संकेत, जब बाजार में अचानक बदलाव देखने को मिले।
2.11 होमिंग पिजन
- निर्माण: छोटी हरी कैंडल जो पिछले लाल कैंडल के भीतर आती है, पर बॉडी ढीली होती है।
- सिग्नल: संभावित रिवर्सल का हल्का संकेत।
2.12 बुलिश काउंटरअटैक
- निर्माण: पहली कैंडल लाल, दूसरी कैंडल लगभग उसी निचले स्तर पर हरी।
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल के संकेत।
2.13 बेरिश काउंटरअटैक
- निर्माण: पहली कैंडल हरी, दूसरी कैंडल उसी ऊपरी स्तर पर लाल।
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
2.14 मैचिंग लो पैटर्न
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनके निचले स्तर समान होते हैं।
- सिग्नल: समर्थन स्तर पर मजबूती, संभावित ट्रेंड जारी।
2.15 मैचिंग हाई पैटर्न
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनके उच्च स्तर समान होते हैं।
- सिग्नल: प्रतिरोध स्तर पर मजबूती, ट्रेंड जारी।
2.16 बुलिश सेपरेटिंग लाइन
- निर्माण: लाल कैंडल के बाद तुरंत हरी कैंडल, जो खुलते ही ऊपर बंद हो जाती है।
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल का संकेत।
2.17 बेरिश सेपरेटिंग लाइन
- निर्माण: हरी कैंडल के बाद तुरंत लाल कैंडल, जो खुलते ही नीचे बंद हो जाती है।
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
3. त्रि-कैंडल पैटर्न्स
3.1 मॉर्निंग स्टार
- निर्माण: पहली कैंडल बड़ी लाल, दूसरी छोटी (डोजी या स्पिनिंग टॉप) होती है, और तीसरी बड़ी हरी।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड के बाद बुलिश रिवर्सल; संकेत है कि खरीदारी में तेजी आ रही है।
3.2 इवनिंग स्टार
- निर्माण: पहली कैंडल बड़ी हरी, दूसरी छोटी, और तीसरी बड़ी लाल।
- सिग्नल: अपट्रेंड के बाद बेरिश रिवर्सल; संकेत है कि विक्रय दबाव बढ़ रहा है।
3.3 थ्री व्हाइट सोल्जर्स
- निर्माण: लगातार तीन लंबी हरी कैंडल्स, जिनकी ऊपरी छाया कम होती है।
- सिग्नल: मजबूत बुलिश रिवर्सल और ट्रेंड की पुष्टि।
3.4 थ्री ब्लैक क्रोज
- निर्माण: लगातार तीन लंबी लाल कैंडल्स।
- सिग्नल: मजबूत बेरिश रिवर्सल; ट्रेंड की गिरावट का संकेत।
3.5 एबैंडन्ड बेबी
- निर्माण: त्रि-कैंडल पैटर्न जिसमें बीच की कैंडल (डोजी) स्पष्ट गैप से अलग होती है।
- सिग्नल: बहुत मजबूत रिवर्सल का संकेत।
3.6 थ्री इनसाइड अप
- निर्माण: पहली कैंडल बड़ी लाल, दूसरी छोटी हरी जो पहली के अंदर आती है, और तीसरी बड़ी हरी।
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल का संकेत।
3.7 थ्री इनसाइड डाउन
- निर्माण: पहली कैंडल बड़ी हरी, दूसरी छोटी लाल (पहली के अंदर), और तीसरी बड़ी लाल।
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
3.8 थ्री आउटक्ट अप
- निर्माण: पहली कैंडल छोटी, दूसरी कैंडल पहली की सीमा से बाहर जाती है, तीसरी कैंडल ऊपरी रेंज में बंद होती है।
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल का संकेत।
3.9 थ्री आउटक्ट डाउन
- निर्माण: पहली कैंडल छोटी, दूसरी कैंडल पहली की सीमा से बाहर जाती है, तीसरी कैंडल निचली रेंज में बंद होती है।
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
4. निरंतरता (Continuation) पैटर्न्स
4.1 राइजिंग थ्री मेथड्स
- निर्माण: एक बड़ी हरी कैंडल, उसके बाद कुछ छोटी लाल कैंडल्स जो थोड़े समय के लिए रुकावट पैदा करती हैं, अंत में एक और बड़ी हरी कैंडल।
- सिग्नल: अपट्रेंड में ट्रेंड जारी रहने का संकेत।
4.2 फॉलिंग थ्री मेथड्स
- निर्माण: एक बड़ी लाल कैंडल, फिर कुछ छोटी हरी कैंडल्स, अंत में एक और बड़ी लाल कैंडल।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड में ट्रेंड जारी रखने का संकेत।
4.3 साइड-बाय-साइड व्हाइट लाइन्स
- निर्माण: एक ही ऊपरी स्तर पर बंद होने वाली कई हरी कैंडल्स।
- सिग्नल: समर्थन स्तर पर स्थिरता; ट्रेंड में मजबूती का संकेत।
4.4 बुलिश मैट होल्ड
- निर्माण: एक लंबी हरी कैंडल के बाद कुछ छोटी हरी कैंडल्स जो धीरे-धीरे बढ़ती हैं।
- सिग्नल: बुलिश ट्रेंड जारी रहने का संकेत।
4.5 बेरिश मैट होल्ड
- निर्माण: एक लंबी लाल कैंडल के बाद कुछ छोटी लाल कैंडल्स।
- सिग्नल: बेरिश ट्रेंड जारी रखने का संकेत।
4.6 अपसाइड तासुकी गैप
- निर्माण: गेप के साथ एक बुलिश कैंडल के बाद निरंतरता बनी रहती है।
- सिग्नल: बुलिश ट्रेंड के जारी रहने का संकेत।
4.7 डाउनसाइड तासुकी गैप
- निर्माण: गेप के साथ एक बेरिश कैंडल के बाद गिरावट जारी रहती है।
- सिग्नल: बेरिश ट्रेंड के जारी रहने का संकेत।
5. अन्य और विरले पैटर्न्स (Other and Rare Patterns)
5.1 Doji Star
- निर्माण: एक सामान्य डोजी जो पिछले कैंडल से गैप पर खुलती है।
- सिग्नल: अनिश्चितता, संभावित रिवर्सल।
5.2 In-Neck Pattern
- निर्माण: छोटी कैंडल जो पिछले कैंडल के निकट खुलती है, लेकिन थोड़ा नीचे बंद होती है।
- सिग्नल: मंदी का शुरुआती संकेत।
5.3 On-Neck Pattern
- निर्माण: छोटी कैंडल जो पिछले कैंडल के निकट खुलती है और उसी स्तर पर बंद होती है।
- सिग्नल: सीमित रिवर्सल संकेत।
5.4 Modified On-Neck Pattern
- निर्माण: ऑन-नेक पैटर्न का संशोधित रूप, जिसमें रिवर्सल के संकेत अधिक स्पष्ट होते हैं।
- सिग्नल: संभावित रिवर्सल का संकेत।
5.5 Side-by-Side Top Pattern
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनकी ऊपरी सीमा समान होती है।
- सिग्नल: उच्च स्तर पर प्रतिरोध की पुष्टि।
5.6 Side-by-Side Bottom Pattern
- निर्माण: दो कैंडल्स जिनकी निचली सीमा समान होती है।
- सिग्नल: निचले स्तर पर समर्थन की पुष्टि।
5.7 Stick Sandwich
- निर्माण: दो समान कैंडल्स के बीच में एक छोटी कैंडल।
- सिग्नल: संभावित रिवर्सल का संकेत।
5.8 Belt Hold Variation
- निर्माण: बेल्ट होल्ड पैटर्न का हल्का परिवर्तन, जिसमें छाया का आकार थोड़ा अलग होता है।
- सिग्नल: ट्रेंड के आरंभ का संकेत।
5.9 Concealing Baby Swallow Variation
- निर्माण: कनसीलिंग बेबी स्वैलो पैटर्न का छोटा रूपांतर, जिसमें रिवर्सल संकेत मजबूत होते हैं।
- सिग्नल: रिवर्सल का स्पष्ट संकेत।
5.10 High Wave Doji
- निर्माण: बहुत लंबी छाया के साथ डोजी, जो अत्यधिक अनिश्चितता दिखाती है।
- सिग्नल: बाजार में संतुलन बिगड़ने का संकेत।
5.11 Ladder Bottom
- निर्माण: कीमत में धीरे-धीरे गिरावट, फिर रिवर्सल का संकेत; कैंडल्स के पैटर्न में सीढ़ी की तरह संरचना।
- सिग्नल: निचले स्तर पर खरीदारी का संकेत।
5.12 Ladder Top
- निर्माण: कीमत में धीरे-धीरे बढ़ोतरी, फिर अचानक रिवर्सल; सीढ़ी जैसी संरचना।
- सिग्नल: उच्च स्तर पर विक्रय का संकेत।
5.13 Rising Window
- निर्माण: गैप के साथ एक बुलिश पैटर्न, जिसमें कीमत ऊपर की ओर खुलती है।
- सिग्नल: अपट्रेंड में तेजी जारी रहने का संकेत।
5.14 Falling Window
- निर्माण: गैप के साथ एक बेरिश पैटर्न, जिसमें कीमत नीचे की ओर खुलती है।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड में गिरावट जारी रखने का संकेत।
5.15 Dragonfly Marubozu
- निर्माण: ड्रैगनफ्लाई डोजी के गुण, पर पूरा कैंडल मारुबोज़ू की तरह होता है।
- सिग्नल: निचले स्तर पर मजबूत बुलिश संकेत।
5.16 Gravestone Marubozu
- निर्माण: ग्रेवस्टोन डोजी के गुण, पर पूरा कैंडल लाल होता है।
- सिग्नल: उच्च स्तर पर मजबूत बेरिश संकेत।
5.17 Upside Gap Two Crows
- निर्माण: दो लाल कैंडल्स के बीच गैप;
- सिग्नल: डाउनट्रेंड की पुष्टि।
5.18 Downside Gap Two Crows
- निर्माण: दो हरी कैंडल्स के बीच गैप;
- सिग्नल: अपट्रेंड की पुष्टि।
5.19 Bullish Advance Block
- निर्माण: कीमत में धीरे-धीरे वृद्धि के बाद रिवर्सल का संकेत।
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल का पूर्व संकेत।
5.20 Bearish Decline Block
- निर्माण: कीमत में धीरे-धीरे गिरावट, लेकिन अंत में रिवर्सल का संकेत।
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
5.21 Concealed Advance Block
- निर्माण: कीमत में मामूली वृद्धि के साथ छिपे संकेत;
- सिग्नल: बुलिश रिवर्सल का संकेत।
5.22 Concealed Decline Block
- निर्माण: कीमत में धीमी गिरावट के साथ छिपे संकेत;
- सिग्नल: बेरिश रिवर्सल का संकेत।
5.23 Inverted Hammer
- निर्माण: छोटा शरीर, लंबी ऊपरी छाया, निचली छाया नगण्य।
- सिग्नल: डाउनट्रेंड में बुलिश रिवर्सल का संकेत।
5.24 Shooting Star
- निर्माण: छोटा शरीर, लंबी ऊपरी छाया।
- सिग्नल: अपट्रेंड में बेरिश रिवर्सल का संकेत।
5.25 Hanging Man
- निर्माण: छोटा शरीर, लंबी निचली छाया।
- सिग्नल: अपट्रेंड में संभावित रिवर्सल का संकेत।
5.26 Inverted Hanging Man
- निर्माण: हैमर का उल्टा, विशेष स्थितियों में देखा जाता है।
- सिग्नल: संदिग्ध रिवर्सल का संकेत।
5.27 Swinging Door Pattern
- निर्माण: कीमत अचानक एक निश्चित सीमा से बाहर जाती है और फिर वापस आती है।
- सिग्नल: ब्रेकआउट या रिवर्सल का संकेत।
5.28 Kicking Pattern Variation
- निर्माण: मूल किकिंग पैटर्न का थोड़ा संशोधित रूप।
- सिग्नल: रिवर्सल के संकेत, अधिक स्पष्टता के साथ।
5.29 Doji with Long Legs
- निर्माण: डोजी पैटर्न जिसमें लंबी छायाएँ होती हैं।
- सिग्नल: अत्यधिक अनिश्चितता, संभावित रिवर्सल।
5.30 Parabolic Candle
- निर्माण: तेजी से बढ़ती या गिरती कीमतों के साथ विशिष्ट पैटर्न।
- सिग्नल: ओवरबॉट या ओवरसोल्ड स्थितियों में संभावित रिवर्सल।
5.31 Dragonfly Star
- निर्माण: ड्रैगनफ्लाई डोजी का एक वेरिएंट, जो बुलिश रिवर्सल का संकेत देता है।
- सिग्नल: निचले स्तर पर खरीदारी का संकेत।
5.32 Gravestone Star
- निर्माण: ग्रेवस्टोन डोजी का वेरिएंट, जो बेरिश रिवर्सल का संकेत देता है।
- सिग्नल: उच्च स्तर पर विक्रय का संकेत।
5.33 Breakaway Gap Pattern
- निर्माण: गैप के साथ शुरू होने वाला पैटर्न जिसमें रिवर्सल संकेत प्रकट होते हैं।
- सिग्नल: शुरुआती रिवर्सल का संकेत।
5.34 Exhaustion Gap Pattern
- निर्माण: अत्यधिक ट्रेंड के दौरान अचानक गैप, जिससे रिवर्सल की संभावना बढ़ जाती है।
- सिग्नल: ट्रेंड के चरम पर रिवर्सल का संकेत।
5.35 Runaway Gap Pattern
- निर्माण: निरंतर ट्रेंड के दौरान गैप;
- सिग्नल: ट्रेंड की मजबूती, कम रिवर्सल की संभावना।
5.36 Measuring Gap Pattern
- निर्माण: गैप का उपयोग ट्रेंड की लंबाई और गहराई को मापने के लिए।
- सिग्नल: ट्रेंड की क्षमता और संभावित रिवर्सल का संकेत।
5.37 Window Candlestick Pattern
- निर्माण: कैंडल्स के बीच स्पष्ट गैप दिखाई देता है।
- सिग्नल: ब्रेकआउट या ट्रेंड में बदलाव का संकेत।
5.38 Closing Marubozu
- निर्माण: कैंडल में कोई छाया नहीं होती, बंद होने पर पूरा शरीर दिखता है।
- सिग्नल: पूर्ण शक्ति का संकेत, बाजार में स्पष्ट दिशा।
5.39 Opening Marubozu
- निर्माण: कैंडल खुलते ही पूरा शरीर दिखता है, बिना छाया के।
- सिग्नल: बाजार के शुरुआती रुझान का संकेत।
5.40 Mini Doji
- निर्माण: अत्यंत छोटा डोजी पैटर्न।
- सिग्नल: सूक्ष्म अनिश्चितता का संकेत।
5.41 Quasi-Doji Variation
- निर्माण: डोजी का हल्का परिवर्तन, मामूली अंतर के साथ।
- सिग्नल: थोड़ी अस्थिरता का संकेत।
5.42 Off-Balance Doji (दोबारा)
- निर्माण: ऊपरी और निचली छाया में असमानता।
- सिग्नल: संतुलन में गिरावट का संकेत।
5.43 Inverted Doji
- निर्माण: उल्टा डोजी पैटर्न, जिसमें सामान्य डोजी के विपरीत संरचना होती है।
- सिग्नल: विशेष परिस्थितियों में संभावित रिवर्सल।
5.44 Inside Doji
- निर्माण: दूसरी कैंडल पूरी तरह से पहली कैंडल के अंदर आती है।
- सिग्नल: ब्रेकआउट या रिवर्सल की तैयारी का संकेत।
5.45 Reversal Harami
- निर्माण: हरामी पैटर्न का विशेष वेरिएंट जो रिवर्सल का मजबूत संकेत देता है।
- सिग्नल: ट्रेंड में बदलाव की संभावना।
5.46 Candlestick Star Pattern
- निर्माण: विभिन्न ‘स्टार’ पैटर्नों का समूह जो अक्सर रिवर्सल के संकेत देते हैं।
- सिग्नल: अलग-अलग परिस्थितियों में उपयोगी, लेकिन अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर देखना चाहिए।
5.47 Ultimate Reversal Pattern
- निर्माण: कई कैंडल्स के मेल से अंतिम रिवर्सल का संकेत मिलता है।
- सिग्नल: मजबूत रिवर्सल का संकेत।
5.48 Continuation Doji
- निर्माण: डोजी पैटर्न जो मौजूदा ट्रेंड को जारी रखने का संकेत देता है।
- सिग्नल: ट्रेंड में थोड़ी स्थिरता।
5.49 Breakout Doji
- निर्माण: डोजी पैटर्न जो ब्रेकआउट के पूर्व संकेत के रूप में प्रकट होता है।
- सिग्नल: संभावित तेज़ ब्रेकआउट का संकेत।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: कैंडलस्टिक पैटर्न्स का मुख्य उद्देश्य क्या है?
A: कैंडलस्टिक पैटर्न्स बाजार में निवेशकों के मनोभाव, भावों के उतार-चढ़ाव और संभावित रिवर्सल/निरंतरता के संकेत प्रदान करते हैं, जिससे ट्रेडिंग निर्णय लेना आसान होता है।
Q2: क्या सभी पैटर्न रिवर्सल का संकेत देते हैं?
A: नहीं, कुछ पैटर्न रिवर्सल के संकेत देते हैं (जैसे मॉर्निंग स्टार, एंगफल्फिंग), जबकि कुछ निरंतरता का संकेत देते हैं (जैसे राइजिंग थ्री मेथड्स, फॉलिंग थ्री मेथड्स) और कुछ केवल अनिश्चितता दिखाते हैं (जैसे डोजी, स्पिनिंग टॉप)।
Q3: कैंडलस्टिक पैटर्न्स को अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ क्यों मिलाना चाहिए?
A: पैटर्न्स अकेले कभी-कभी गलत संकेत दे सकते हैं; इसलिए सपोर्ट-रेसिस्टेंस, ट्रेंड लाइन और अन्य ओस्सीलेटर जैसे संकेतकों के साथ मिलाकर अधिक सटीक विश्लेषण किया जाता है।
Q4: कौन से पैटर्न सबसे अधिक विश्वसनीय माने जाते हैं?
A: विश्वसनीयता बाजार की स्थिति पर निर्भर करती है। बुलिश एंगफल्फिंग, मॉर्निंग स्टार, थ्री व्हाइट सोल्जर्स आदि अक्सर मजबूत रिवर्सल संकेत देते हैं, पर इन्हें अन्य संकेतकों के साथ मिलाकर देखना चाहिए।
Q5: क्या 100+ पैटर्न सीखना आवश्यक है?
A: जबकि अधिकांश ट्रेडर्स मुख्य 20-40 पैटर्न्स पर ध्यान केंद्रित करते हैं, विस्तृत ज्ञान से बाजार की गहराई समझ में आती है। विस्तृत ज्ञान से आप विभिन्न परिस्थितियों में सही निर्णय ले सकते हैं।
Q6: इन पैटर्न्स का अभ्यास कैसे करें?
A: चार्ट्स का अध्ययन करें, डेमो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर अभ्यास करें, और अन्य तकनीकी विश्लेषण उपकरणों के साथ इन पैटर्न्स का मिलान करके समझें।
निष्कर्ष
यह गाइड 100+ कैंडलस्टिक पैटर्न्स के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है, जिसमें एकल, द्वि-कैंडल, त्रि-कैंडल, निरंतरता, और अन्य विरले पैटर्न्स शामिल हैं। प्रत्येक पैटर्न की संरचना, अर्थ और ट्रेडिंग में उपयोग के बारे में विस्तृत व्याख्या से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि बाजार में भाव कैसे बदलते हैं और किस स्थिति में संभावित रिवर्सल या निरंतरता के संकेत मिलते हैं। सही ज्ञान, नियमित अभ्यास, और अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ मिलाकर विश्लेषण करने से ट्रेडर्स बेहतर निवेश निर्णय ले सकते हैं।
नोट: ऊपर दिए गए पैटर्न्स में से कुछ का विवरण विस्तार से समझाया गया है। चूँकि कैंडलस्टिक पैटर्न्स का दायरा अत्यंत व्यापक है, यह लेख अधिकांश प्रमुख और कई विशिष्ट वेरिएंट्स को शामिल करता है। ट्रेडिंग में सफलता के लिए इन पैटर्न्स का अभ्यास और अनुभव अत्यंत महत्वपूर्ण है।
This comprehensive article in Hindi provides detailed explanations for 100+ candlestick patterns—including formation, signals, and practical usage—along with a FAQ section that addresses common questions about candlestick patterns in the share market.