दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, बिनेंस (Binance), ने सात महीने के प्रतिबंध के बाद भारत में अपनी सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। यह वापसी भारतीय वित्तीय खुफिया इकाई (FIU-IND) के साथ पंजीकरण के बाद हुई है, जो एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग (AML) और आतंकवाद वित्तपोषण विरोधी (CFT) नियमों का पालन सुनिश्चित करती है।
Binance URL and App Unblock in India
बिनेंस ने FIU-IND के साथ पंजीकरण कर लिया है, जो इसका 19वां वैश्विक नियामक मील का पत्थर है। इस पंजीकरण के माध्यम से, बिनेंस ने भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए अपनी सेवाओं को स्थानीय नियमों के अनुरूप बनाने का वादा किया है। बिनेंस के सीईओ, रिचर्ड टेंग ने कहा, “हमारा FIU-IND के साथ पंजीकरण बिनेंस की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारतीय VDA (Virtual Digital Assets) बाजार की क्षमता को पहचानते हुए, यह संरेखण हमें भारतीय उपयोगकर्ताओं की आवश्यकताओं के अनुसार अपनी सेवाओं को अनुकूलित करने की अनुमति देता है”।
भारतीय क्रिप्टो बाजार की स्थिति
भारत में क्रिप्टोकरेंसी बाजार अभी भी अपेक्षाकृत अविकसित है। पिछले पांच वर्षों में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों पर क्रिप्टोकरेंसी फर्मों से दूरी बनाए रखने का दबाव डाला है, जबकि सरकार की कठोर कर नीतियों ने डिजिटल संपत्तियों के प्रति स्थानीय उत्साह को काफी हद तक कम कर दिया है।
इसके बावजूद, भारत ने 2023 के ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में शीर्ष पांच में स्थान प्राप्त किया है।
बाइनेंस की वापसी का महत्व
बाइनेंस की वापसी भारतीय क्रिप्टो बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह न केवल भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुरक्षित और विनियमित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बिनेंस भारतीय बाजार की क्षमता को पहचानता है और उसे समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिनेंस का यह कदम अन्य विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों के लिए भी एक उदाहरण स्थापित करता है, जो भारतीय बाजार में प्रवेश करने की योजना बना रहे हैं।
निष्कर्ष
बिनेंस की भारत में वापसी भारतीय क्रिप्टोकरेंसी बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत है। यह न केवल उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित और विनियमित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, बल्कि भारतीय क्रिप्टो बाजार की संभावनाओं को भी उजागर करता है।
बिनेंस का FIU-IND के साथ पंजीकरण और अनुपालन भारतीय क्रिप्टोकरेंसी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो भविष्य में और अधिक नवाचार और विकास की संभावनाओं को खोलता है।