हाल ही में देश के बड़े बड़े बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के बाद अब वर्तमान FD पर मिलने वाले ब्याज की दरों में काफी बदलाव आया है |
ये सभी बैंक वर्तमान में अलग अलग साल के लिए पैसों को निवेश करने पर अलग अलग ब्याज दर उपलब्ध करवा रहे हैं ऐसे में किसी भी बैंक में FD करवाने से पहले सभी बैंको की FD की ब्याज दरों को जान लेना बहुत ही महत्त्वपूर्ण हो जाता हैं | बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के इस लेख में हम एफडी के लाभ पर लगने वाले टैक्स की बात भी करने वाले हैं|
भारत में जब पैसों के निवेश की बात आती है तब भारत की आम जनता हमेशा FD में निवेश पर सबसे ज्यादा भरोसा दिखाती हैं क्योंकि FD बाजार के उतार चढ़ाव से परे सभी लोगो को एक फिक्स ब्याज दे देता है और FD में निवेश करने के लिए आपको किसी अतिरिक्त ज्ञान का होना जरूरी नहीं होता है |
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी , जानिए कौनसा बैंक दे रहा है सबसे ज्यादा ब्याज :
पंजाब नेशनल बैंक (PNB), HDFC, एक्सिस और इंडसइंड बैंक ने हाल ही में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी किया है। ऐसे में अगर आप इन दिनों FD कराने का प्लान बना रहे हैं तो आपको इससे पहले इन बैंकों की नई ब्याज दरों के बारे में जरूर जानना चाहिए।
यहां हम आपको बता रहे हैं कि इन 4 बैंक सहित देश के प्रमुख बैंक 2 करोड़ रुपए से कम की FD पर कितना ब्याज दे रहा है। ताकि आप अपने हिसाब से सही जगह निवेश कर सकें।
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी की है और 1 साल की FD पर सबसे ज्यादा ब्याज दरों की बात करें तो इंडसइंड बैंक तकरीबन 7.75% तक का ब्याज दे रहा है जो की बाकी बैंकों की तुलना में काफी अधिक है तो अगर आपका खाता इंडसइंड बैंक के किसी शाखा में है तो आप 1 साल की FD के लिए इस बैंक का चयन कर सकते हैं |
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी और यदि हम 2 साल की FD में बाकी बैंकों की ब्याज दर को 1 साल की ब्याज दर से तुलना करें तो बाकी बैंकों की FD में ब्याज दरों में वृद्धि हुई है लेकिन इंडसइंड बैंक की ब्याज दरों में कोई वृद्धि देखने को नहीं मिली है लेकिन फिर भी इस बैंक का FD पर ब्याज बाकी बैंकों की तुलना में सबसे अधिक है |
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के बाद यदि हम 3 साल की FD पर ब्याज दरों की बात करें तो बाकी बैंकों की वृद्धि 2 साल की FD में ब्याज के मुकाबले में वृद्धि काफी अच्छी है लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी इंडसइंड बैंक बाकी बैंकों की तुलना में सबसे अधिक ब्याज प्रदान कर रहा है |
लेकिन यदि आपका खाता इंडसइंड बैंक में नहीं होकर एक्सिस या एचडीएफसी बैंक की किसी शाखा में है तो आप उसका चयन भी कर सकते हैं क्योंकि इन दोनों की ब्याज दर में ज्यादा अंतर नहीं है|
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी की है और अंत में यदि हम इन सभी बैंकों की FD पर ब्याज दर की तुलना करें तो इंडसइंड बैंक अभी भी बाकी बैंकों के मुकाबले सबसे ज्यादा ब्याज प्रदान कर रहा है इसके अलावा आईसीआईसीआई एचडीएफसी और एक्सिस बैंक की ब्याज दरें बराबर है |
ऐसे में यदि आपके पास आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक का खाता है तो आप उनमें से किसी का भी चयन कर सकते हैं और यदि आपके पास इंडसइंड बैंक का खाता है तो आप सबसे अच्छी ब्याज दरों के लिए इंडसइंड बैंक में एफडी करवा सकते हैं |
यह आंकड़े फरवरी 2024 में बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के बाद के है हालांकि दोस्तों बैंकों द्वारा FD पर ब्याज दरों में बदलाव होते रहते हैं तो यदि आप कुछ समय बाद में FD में निवेश का विचार कर रहे हैं तो आपको उसे समय की ब्याज दरों का पता जरूर करना चाहिए |
FD से मिलने वाले ब्याज पर भी देना होता है टैक्स :
बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के इस लेख में आपको ये भी जानना जरूरी है कि FD से मिलने वाला ब्याज पूरी तरह से टैक्सेबल होता है। आप एक साल में FD पर जो भी ब्याज कमाते हैं, वो आपकी एनुअल इनकम में जुड़ता है। कुल आय के आधार पर, आपका टैक्स स्लैब निर्धारित किया जाता है।
चूंकि FD पर अर्जित इंटरेस्ट इनकम को “इनकम फ्रॉम अंडर सोर्सेज” माना जाता है, इसलिए इसे टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स या TDS के तहत चार्ज किया जाता है। जब आपका बैंक आपकी ब्याज आय को आपके अकाउंट में जमा करता है, तो उसी समय TDS काट लिया जाता है।
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बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के बाद आइए जानते हैं FD पर टैक्स से जुड़े कुछ पॉइंट:
• यदि आपकी कुल आय एक वर्ष में 2.5 लाख रुपए से कम है, तो बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर TDS नहीं काटता है। हालांकि, इसके लिए आपको फॉर्म 15G या 15H जमा करना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप TDS बचाना चाहते हैं तो फॉर्म 15G या 15H जरूर जमा करें।
• यदि सभी FD से आपकी इंटरेस्ट इनकम एक वर्ष में 40,000 रुपए से कम है, तो TDS नहीं काटा जाता है। वहीं अगर आपकी ब्याज आय 40,000 रुपए से अधिक है तो 10% TDS काटा जाएगा। पैन कार्ड नहीं देने बैंक 20% काट सकता है।
• 40,000 से ज्यादा इंटरेस्ट इनकम पर TDS काटने की यह लिमिट 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए है। वहीं 60 साल से ज्यादा उम्र, यानी सीनियर सिटीजन की FD से 50 हजार रुपए तक की आय टैक्स फ्री होती है। इससे ज्यादा आय होने पर 10% TDS काटा जाता है।
• अगर बैंक ने आपकी FD इंटरेस्ट इनकम पर TDS काट लिया है और आपकी कुल आय इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आती है तो आप काटे गए TDS को टैक्स फाइल करते समय क्लेम कर सकते हैं। ये आपके अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा।
Disclaimer :- बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के इस लेख में दी गई जानकारी केवल आपकी निवेश के प्रति जागरूकता और जानकारी के लिए है। इसे निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए. कोई भी निवेश करने से पहले आपको निवेश सलाहकारों से सलाह लेनी चाहिए। कैश खबर निवेश से जुड़े किसी भी मामले में जिम्मेदार नहीं है |
उम्मीद है आपको हमारा ये लेख बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी पसंद आया होगा और बैंकों ने FD की ब्याज दरों में की बढ़ोतरी के इस लेख की तरह प्रतिदिन हमारे नए नए लेख आते हैं तो यदि आप हमसे हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हमसे जुड़ना चाहते हैं तो –
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