क्रिप्टो बाजार में गिरावट क्यों आई? ट्रंप के टैरिफ से भारी बिकवाली की वजह

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

आज (4 फरवरी, 2025) क्रिप्टोकरेंसी बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है, जहां प्रमुख क्रिप्टो संपत्तियों जैसे बिटकॉइन (Bitcoin) और एथेरियम (Ethereum) में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। इस गिरावट का सीधा संबंध अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कनाडा, मैक्सिको और चीन से आयातित वस्तुओं पर बढ़ाए गए टैरिफ (शुल्क) से है।

इन टैरिफों के कारण मुद्रास्फीति (Inflation) और फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) की ब्याज दर नीतियों पर असर पड़ा है, जिससे संपूर्ण वित्तीय बाजार प्रभावित हुआ है, जिसमें क्रिप्टो बाजार भी शामिल है।

बाजार का अवलोकन: 4 फरवरी, 2025

क्रिप्टो बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी गई, जिसमें प्रमुख डिजिटल संपत्तियां बड़े नुकसान में रहीं:

कुल मार्केट कैप: क्रिप्टो बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) 2 फरवरी को $3.41 ट्रिलियन से घटकर 3 फरवरी को $3 ट्रिलियन रह गया, जो 12.02% की गिरावट को दर्शाता है।

बिटकॉइन (BTC): प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत $100,000 से नीचे गिरकर $91,441.89 के तीन सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गई।

एथेरियम (ETH): दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टो संपत्ति एथेरियम $2,494.33 तक गिर गई, जो सितंबर 2024 के बाद का सबसे निचला स्तर है।

अल्टकॉइन (Altcoins): कई वैकल्पिक क्रिप्टोकरेंसी ने भी भारी नुकसान झेला।

सोलाना (SOL) में 8% की गिरावट आई।

XRP की कीमत 20% तक लुढ़क गई।


बड़ी मात्रा में क्रिप्टो परिसमापन (Liquidations) हुआ

बीते 24 घंटों में 740,197 निवेशकों की पोजीशन लिक्विडेट हुई, जिसमें कुल परिसमापन $2.25 बिलियन तक पहुंच गया। यह क्रिप्टो इतिहास का सबसे बड़ा परिसमापन आंकड़ा है, जो COVID-19 क्रैश और FTX पतन से भी अधिक है।

गिरावट के प्रमुख कारण

1. डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने की घोषणा

अमेरिका ने चीन, मैक्सिको और कनाडा से आयात होने वाले कुछ प्रमुख उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया है। इस कदम से व्यापार तनाव बढ़ा है, जिससे वैश्विक बाजार अस्थिर हुआ है।

2. मुद्रास्फीति और ब्याज दरों पर प्रभाव

आयात शुल्क बढ़ने से सामान महंगे हो जाएंगे, जिससे मुद्रास्फीति में इजाफा होगा। मुद्रास्फीति बढ़ने पर फेडरल रिजर्व ब्याज दरें बढ़ा सकता है, जिससे जोखिम भरी संपत्तियों जैसे क्रिप्टोकरेंसी की बिकवाली तेज हो सकती है।

3. निवेशकों में भय और घबराहट का माहौल

क्रिप्टो बाजार उच्च अस्थिरता वाला बाजार है। नए टैरिफ के कारण निवेशकों में डर बढ़ा है, जिससे वे अपनी होल्डिंग्स को बेच रहे हैं।


4. तकनीकी कारक और लिक्विडेशन स्पाइक्स

जब बड़ी संख्या में क्रिप्टो परिसंपत्तियां गिरती हैं, तो स्टॉप-लॉस (Stop Loss) ऑर्डर और लीवरेज्ड ट्रेड्स (Leverage Trading) ट्रिगर होते हैं, जिससे बाजार में बिकवाली और तेज हो जाती है।

आगे क्या उम्मीद की जा सकती है?

संभावित परिदृश्य:

✔ बाजार में अस्थिरता बनी रहेगी: यदि ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहता है और फेड ब्याज दरें बढ़ाने के संकेत देता है, तो क्रिप्टो बाजार में और गिरावट आ सकती है।

✔ समर्थन स्तरों का परीक्षण: बिटकॉइन के लिए अगला प्रमुख समर्थन स्तर $90,000 और एथेरियम के लिए $2,400 पर हो सकता है।

✔ अमेरिका-चीन व्यापार संबंधों पर नजर: यदि व्यापारिक तनाव और बढ़ता है, तो क्रिप्टो बाजार में और अधिक बिकवाली देखी जा सकती है।


निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बढ़ाने के फैसले ने वित्तीय बाजारों में हलचल मचा दी है, जिसका सीधा असर क्रिप्टोकरेंसी पर पड़ा है। बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य डिजिटल एसेट्स में भारी गिरावट देखी गई है, जबकि निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।

अगर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव जारी रहता है और फेड ब्याज दरें बढ़ाता है, तो क्रिप्टो बाजार में निकट भविष्य में और अधिक गिरावट संभव है। निवेशकों को सतर्क रहने और बाजार में किसी भी नए घटनाक्रम पर नजर बनाए रखने की जरूरत है।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment